का बे संपादक ! देश की वीरांगनाओं को नंगा कर डाला ?

: नवभारत टाइम्‍स ने छापा, स्‍वतंत्रता संग्राम की नौ वारांगनाओं पर विशेष डाक कवर जारी : आजादी की मतवाली योद्धा महिलाओं को रंडी, पतुरिया व वेश्‍या लिखा : हैं बड़का संपादक। वीरांगना और वारांगना में फर्क तक नहीं : देश की नौ वीरांगनाओं पर टिकट जारी कार्यक्रम का मन्‍तव्‍य ही अनर्थ में निपटा : खेदप्रकाश […]

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लाशें भी न गिन पाये रिपोर्टर : नभाटा ने 14, तो हिंदुस्‍तान ने 32

: बेशर्मी पर आमादा यूपी के बड़े अखबार और उनके संपादक : आंधी की खबर में जबर्दस्‍त गोलमाल, मेंथा की खेती पर खुश है जागरण : इन्‍हें जिम्‍मेदार कैसे मानें। यह खबरची नहीं, लाशों के सौदागर हैं : लिंग-वर्द्धक यंत्र बेचने में माहिर अमर उजाला ने बटोरीं 29 लाशें : कुमार सौवीर लखनऊ : यह […]

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पागलखाने वाला एम्‍बुलेंस मंगवाओ। फौरन। पगला गया है संपादक

: नभाटा का कमाल, एसएसपी के दफ्तर में की आहत किसान ने किया आत्‍महत्‍या : घटना बदायूं की, इलाज पचास किलोमीटर दूर बरेली में, खबर लिखा दी सौ मील दूर मेरठ के रिपोर्टर ने : न तो बदायूं की अस्‍पताल की करतूतों का खुलासा किया, न ही बरेली रेफर करने की मजबूरी पर करतूतों पर […]

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हिन्‍दुस्‍तान निकला भीगा बंदर, जागरण दुम दबा कर भागा

: लोहिया अस्‍पताल में मंत्री के मुआयने में तथ्‍य नहीं, डीलका धंधा : सच खुला, तो बकलोल निकले अखबार : अमर उजाला को सिर्फ लिंग-वर्द्धक यंत्र बेचने का सलीका : जागरण ने फर्जी खबर छाप दी, अगले दिन मामला हवा-हवाई : हिन्‍दुस्‍तान तो सिवाय बकवास के एक शब्‍द तक नहीं लिखता, समूह संपादक ही नकटा […]

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राम-सेतु वाला श्रीलंका बर्बाद। अगला नम्‍बर…?

: चीनी 290 रुपये किलो: भगदड़, भारत में घुसपैठ : तेल खरीदने को विदेशी मुद्रा खत्‍म, पेट्रोल पंपों पर सेना तैनात : भारत में कोविड-19 से करीब 32 लाख लोगों की मौत हुई होगी, जो आधिकारिक रूप से दर्ज आंकड़ों से सात गुना अधिक : विश्व बैंक के मुताबिक महामारी से श्रीलंका में पांच लाख […]

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पद्मश्री: ढाई हजार लाश को पचीस हजार गिन डाला पत्रकारों ने

: मीडिया की नजर में लावारिस लाशों का धाम है अयोध्‍या : 30 बरस पहले इसी मीडिया ने जहर फैलाया था कि सरयू का जल खून से रंग गया : झूठे आंकड़े परोसने में हिन्‍दू-वादी टीवी चैनल और अखबार अव्‍वल : मूर्खताओं को सच का मुलम्‍मा पहनानाने वास्‍तविकता कराहने लगती :  कुमार सौवीर फैजाबाद : […]

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बेशर्मी पर आमादा है एनबीटी। हेडिंग सत्‍यानाश

: सरकार से वफादारी और सकारात्मकता का डोज मिलाया, तब यह हेडिंग बनी : कड़वी खबर को मीठी जलेबी बना डाला। सैल्यूट है! वीरेंद्र सेंगर नई दिल्‍ली : जनाब! नये दौर की यह नायाब पत्रकारिता है। संलग्न किलपिगं देश के एक स्वनामधन्य अखबार की है। बिलकुल धन्‍य, धन्‍य और सिर्फ धन्‍य-धन्‍य। ऐसे पत्रकारों और उसके […]

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सरकार को तेल नहींं लगाता है यह अखबार?

: नभाटा के संपादक के सम्‍मान समारोह में उछले सवाल : काशी के पराड़कर भवन में सुधीर मिश्र को काशी पत्रकार संघ ने दिया सम्‍मान : बड़े ओहदे पर जमे लोग मौखिक ज्ञान ही देते हैं : दोलत्‍ती संवाददाता वाराणसी : क्या नभाटा यानी नवभारत टाइम्‍स अखबार सरकार को तेल नहीं लगाता है। खोज-खोज कर […]

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