पत्रकारों से सरकारी छल, पट्टा-लटकाऊ को मालपुआ

: योगी ने तो पत्रकारों को ही टोपी पहना दी : मान्यता देने का सरकारी हिटलर शाही फार्मूला पर झंझट : विनोद भारद्वाज नई दिल्ली : आखिर मान्यता प्राप्त पत्रकार होते ही कितने हैं ! मान्यता के खुद ही ऐसे अस्वाभाविक और बचकाने नियम बना रखे हैं सरकार ने । बड़े से बड़े स्थापित अखबार […]

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