सच लिख डाला तो आग का गोला हो गये लालजी टंडन

: बाबू जी पुरानी पीढ़ी के बचे हुए नेताओं केआखिरी दस्तखतों में से एक थे : खुद को विकास पुरूष कहलाना पसंद था लालजी टंडन को : सुधीर मिश्र लखनऊ : खूब गुस्सा किया मैने बाबू जी को, फिर भी करीब रहा। बाबू जी, उम्र का लिहाज कहें या पड़ोस का रिश्ता। मैं भी उन्हें […]

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