जातीय उन्‍माद नहीं, निष्‍ठा पर जिंदा है पत्रकारिता: कमर वहीद नकवी

: आनंद स्‍वरूप वर्मा के अनुसार हिन्‍दी पत्रकारिता ब्राह्मणों नहीं, योद्धाओं के बल पर जिन्‍दा : अयोध्‍या ही नहीं, फैजाबाद के कमरे में एक-एक गुम्‍बद पर तीन-तीन पत्रकार चढ़े थे : संपादक से महाप्रबंधक तक का सफर राघवेंद्र चढ्ढा ने : एक राष्‍ट्रीय अंग्रेजी के कट्टर हिंदूवादी ब्‍यूरो चीफ अपने दामाद के भाई को एक […]

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तुम हर जगह पिटते हो पत्रकार जी ! थोडी शर्म करो

: सरकार ने पल्‍लू झाड़ा, बोले हम एडवाइजरी जारी कर चुके कि पत्रकार अपना ध्‍यान खुद रखें : चाहे हैजा कांड हो या अयोध्‍या मैं तो कभी नहीं पिटा : न पत्रकारिता का ककहरा पता है, न तमीज : कुमार सौवीर लखनऊ : 31 बरस पहले लखनऊ में हैजा का प्रकोप हुआ था। अलीगंज से […]

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