महिला सशक्तिकरण की अनोखी मिसाल गढ़ दी मौलाना ने
बच्चे ने कहा: आप फिसले तो पूरी इंसानियत गंदी हो जाएगी
खलीफा के आदेश के बावजूद नहीं किया हुक्मनामे पर दस्तखत
: शाहन के शाह : यह तो सामान्य सी बात थी, हर किसी के मुंह से निकलती ही रहती है। मकसद भी भला ही होता है, लेकिन ऐसी ही भलाई में मिला सबक किसी को महान भी बना सकता है। इतिहास की तवारीख में सोने के अक्षरों में ताजा नजीर के तौर पर दर्ज हैं अबू हनीफा। तो पहले एक नजर उस घटना पर। अबू हनीफा ने एक दिन एक मासूम से बच्चे को कीचड़ पर से निकलते देखा। उस बच्चे पर अचानक ही उनका स्वाभाविक प्रेम उमड़ पड़ा और बोल उठे:- जरा सम्भल कर बेटा। देखना कि कहीं पैर फिसलने से तुम कीचड़ में न गिर जाओ। बच्चा अपने उसी अंदाज में फौरन ही बोल पड़ा:- मैं गिरूंगा तो अकेले ही कीचड़ में जाऊंगा। सम्भलकर चलने की जरूरत तो आप जैसे विद्वानों को है, जो अगर फिसले तो पूरी इंसानियत ही कीचड़ में जा गिरेगी।
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