मेरे दुख-सुख का भागीदार था कमाल खान

: दोस्‍त के रुखसत हो जाने पर उसके दुर्गुणों और गुणों का बखान करना जरूरी : चाहे मुस्लिम सभासदों को भड़काने की साजिशें या फिर बेटी का विवाह, कमाल खान हमेशा साथ रहा : पिता सियाराम शरण त्रिपाठी, रिचा, मित्र वीपी पांडेय, मां, चाची और अतुल पांडेय के बाद अब कमाल खान एक अपूरणीय क्षति […]

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कोरोना दुनिया बदल देगा: हम देख पायेंगे बदलती दुनिया को ?

: कैसी होगी कोरोना के बाद वाली दुनिया : हम मौत की आशंकाओं मेंं हैं, लेकिन कटुता नहीं छोड़ पा रहे :     हेमंत शर्मा नई दिल्‍ली : आखिर क्‍या होगी कोरोना के बाद की दुनिया। कोरोना बाद की दुनिया कैसी होगी। यह सोच कर रोंगटे खड़े हो जाते है। भयावह तस्वीर उभरती है। दुनिया […]

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एक बाल सफेद क्‍या दिखा, दशरथ ने राजपाट छोड़ दिया

: राज्यसभा के 76 प्रतिशत लोगों के बाल सफेद : चंद्रवदन मृगलोचनी बाबा कहि-कहि जाए :  हेमंत शर्मा नई दिल्‍ली : मित्रों। फ़ेसबुक पर यदा-कदा आता हूं। इस लॉकडाउन में आप घर में बैठे हैं। खाली हैं। तो कुछ पढ़े। मित्रों का आग्रह है कि मैं लॉकडाउन के दौरान कुछ रोचक पोस्ट करूं। तो आज […]

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तेरी महफ़िल में लेकिन हम न होंगे…

: अपने शिष्‍य डीपी त्रिपाठी पर बायोग्राफी लिखी थी पुष्‍पेष पंत ने : मोहब्बत करने वाले कम न होंगे, तेरी महफ़िल में लेकिन हम न होंगे : हेमंत शर्मा नई दिल्‍ली : देवी प्रसाद त्रिपाठी यानी मित्रों के ‘डीपीटी’ के अंतिम संस्कार से लौट रहा हूं। मन उदास है। यारों का यार चला गया। पर […]

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