दर्जनों लुटेरे डॉक्टरों को जूता से हड़काया, सब भाग निकले

: रवीश कुमार, द वीक, द वायर समेत सभी जगह पर अब मैं छाया हुआ हूँ, अच्छा लग रहा है : कप्पन की जमानत पर सभी ने मुझे सिर-माथे पर बिठाया : पत्रकारिता साधना है, सतत अभ्यास जरूरी : शुक्रिया दोस्त ! पत्रकारिता ने देश-विदेश में मेरा डंका बजा दिया :

आगे पढ़ें

यह है पत्रकारिता का असली तेवर। सम्मान तो ठीक, पर धनराशि क्या करें

: दैनिक जागरण के कार्यकारी संपादक विष्णु प्रकाश त्रिपाठी को राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार : डॉ मंगलम स्वामीनाथन फाउंडेशन पुरस्कार सम्मान दिल्ली को 29 को : खबर कि सम्मान का सम्मान, पर शायद राशि न लेंगे : कुमार सौवीर लखनऊ : परिवार का कोई सदस्य जब राष्ट्रीय स्तर पर न केवल अपनी एक उत्कृष्ट पहचान बना […]

आगे पढ़ें

बेशर्म अखबारों पर करारी दोलत्‍ती, अर्जी प्रेस-कौंसिल में

: कल बताया कि बच्‍चा मर गया, आज लिखा कि इलाज जारी है : लतखोर हैं यह अखबारवाले, इनका बायकाट करना जरूरी : अपनी गलती पर खेद-प्रकाश करने के बजाय हिन्‍दुस्‍तान और जागरण से संशोधित खबर छापी, अमर उजाला तो वह भी नहीं : अखबारों ने शालीनता की सारी सीमाएं ही ध्‍वस्‍त कीं : न […]

आगे पढ़ें

“भ्रष्‍टाचार से जुटाए धन से गरीबों का भला कर रही सरकार”

: यह बयान उप मुख्‍यमंत्री केशवप्रसाद मौर्या की मनो-उपज है या बेहूदगी है दैनिक जागरण की, स्‍पष्‍ट नहीं हो पा रहा : अर्थ को अनर्थ की तरह पेश करना तो दैनिक जागरण की जन्‍मजात आदत है : प्रदेश सरकार में सुल्‍ताना डाकू या चंबल के दुस्‍युओं की करतूत का आभास है, सुविचारित-संवैधानिक ढंग नहीं : […]

आगे पढ़ें

डॉक्‍टर साहेबा ! आप सांप्रदायिक नहीं है, पर हरकत पागलों सी क्‍यों?

: फर्रुखाबाद जिला अस्‍पताल में जबर्दस्‍त हंगामा, राजी-खुशी को रेप व डॉक्‍टर का तनाव बना सांप्रदायिक मुद्दा : 20 जुलाई की घटना, मेडिकल जांच 24 अगस्‍त को: डॉक्‍टर का अस्‍पताल में चिल्‍लाना और तोड़फोड़ करना विक्षप्‍तता का सबूत : बलात्‍कारी को बचाने की साजिश डॉक्‍टर कभी भी न करेगी : कुमार सौवीर लखनऊ : फर्रुखाबाद […]

आगे पढ़ें

थाने की गाड़ी पर माफिया घूमेगा, तो पत्रकारों पर गोली चलेगी जरूर

: गाय और शराब-तस्‍करों पर बिहार के सीमांत इलाके सोनभद्र का यह इलाका भी स्‍वर्ण-वर्षा करता है : बिहार के सीमांत जिलों में पुलिसवालों की पोस्टिंग केवल उगाही के लिए ही : इलाके में पुलिस की बागडोर केवल माफियाओं के इशारे पर और पुलिसवाले थाना-चौकी में खर्राटे : कुमार सौवीर लखनऊ : गाय और शराब […]

आगे पढ़ें

अग्निपथ पर आक्रोश: बेशर्म दलालों का अखबार है जागरण

: कोई धंधा बचा रहा है तो कोई कट्टर हिन्‍दुत्‍ववादी बकवास, दसवें पन्‍ने पर कचरा-सा छापा : दैनिक जागरण एक निहायत क्रूर धन-लोलुप और युवा-पाठकों का धुर विरोधी होने के साथ ही साथ घोर और अमानवीय हिन्‍दूवादी परचा बन चुका : कुमार सौवीर लखनऊ : मैं जो भी बात होती है, खुलेआम ही करता हूं। […]

आगे पढ़ें

दो-कौड़ी का संवाद-सूत्र। साहस दिखाया, तो जिले में फर्जी-मुठभेड़ बंद

: गोंडा की हवालात में बंद व्‍यक्ति को पुलिस एनकाउंटर के नाम पर गोली मार दी : कोई भी सिपाही घायल नहीं हुए, बल्कि पुलिस ने पूरी नौटंकी की : कप्‍तान ने कान पकड़ा कि फर्जी एनकाउंटर न करेगा : कमाल दैनिक जागरण के रिपोर्टर और ब्‍यूरो चीफ का : कुमार सौवीरलखनऊ : गोंडा में […]

आगे पढ़ें

महान संपादकों ने निहाल किया, तो ओछे और छिछोरे भी मिले

: विनोद शुक्‍ला, घनश्‍याम पंकज, शशि शेखर और विश्‍वेश्‍वर कुमार जैसे घटिया संपादक भी मिले : मृणाल पांडेय, डॉ त्रिखा, मंगलेश डबराल, वीरेन डंगवाल, तडि़त कुमार, आनंद स्‍वरूप वर्मा, कमर वहीद नकवी, शेखर त्रिपाठी, अंशुमान त्रिपाठी और संतोष तिवारी ने मुझे नयी ऊंचाइयां दीं : कुमार सौवीर लखनऊ : कई दिग्‍गज और महान पत्रकारों से […]

आगे पढ़ें

लाशें भी न गिन पाये रिपोर्टर : नभाटा ने 14, तो हिंदुस्‍तान ने 32

: बेशर्मी पर आमादा यूपी के बड़े अखबार और उनके संपादक : आंधी की खबर में जबर्दस्‍त गोलमाल, मेंथा की खेती पर खुश है जागरण : इन्‍हें जिम्‍मेदार कैसे मानें। यह खबरची नहीं, लाशों के सौदागर हैं : लिंग-वर्द्धक यंत्र बेचने में माहिर अमर उजाला ने बटोरीं 29 लाशें : कुमार सौवीर लखनऊ : यह […]

आगे पढ़ें

हिन्‍दुस्‍तान निकला भीगा बंदर, जागरण दुम दबा कर भागा

: लोहिया अस्‍पताल में मंत्री के मुआयने में तथ्‍य नहीं, डीलका धंधा : सच खुला, तो बकलोल निकले अखबार : अमर उजाला को सिर्फ लिंग-वर्द्धक यंत्र बेचने का सलीका : जागरण ने फर्जी खबर छाप दी, अगले दिन मामला हवा-हवाई : हिन्‍दुस्‍तान तो सिवाय बकवास के एक शब्‍द तक नहीं लिखता, समूह संपादक ही नकटा […]

आगे पढ़ें

पत्रकारों ने जागरण को धुरचुक्‍क दिया, चार-चार हजार जुर्माना

: वाराणसी के श्रम न्‍यायालय ने लिया संज्ञान, बिलबिला पड़ेंगे जागरणवाले : विज्ञापन हड़पने में माहिर, लेकिन वेतन देने में छुच्‍छी निकल जाती है जागरण की : वाराणसी के श्रम न्‍यायालय ने लिया संज्ञान, वादी कर्मचारियों पर जुर्माना : 8 साल से डेढ़ सौ पत्रकार लड़ रहे मुकदमे : दोलत्‍ती संवाददाता वाराणसी : दैनिक जागरण के […]

आगे पढ़ें

“हर जिले का यही दुखड़ा, मंत्री की सुनते ही नहीं हैं अफसर”

: सरकार को तेल लगाते रहे सारे अखबार, जागरण ने औकात जता दी : सचिवालय में सिर्फ कुंडली मारे बैठे रहते हैं दिग्‍गज अखबारों के आला अफसर : सरकारी प्रेस-नोट को खबर के तौर पर लत पड़ गयी है इन गंजेड़ी अखबारों को : दलाली पर आमादा मत रहा करो, फील्‍ड में जुटा रहे : […]

आगे पढ़ें

किसानों ने नोंचा मोदी का पखौरा, जैसे मैंने 35 बरस पहले काटा था

: जैसे सिंधु-बार्डर पर किसान सर्दी से निपटने को दारू पी रहे : सात सौ लाशें बिखेरने पर न कोई दुख, न क्षोभ, न आत्मग्लानि, न क्षमा याचना : थोडा बुखार होगा, लेकिन जीत युगों तक फहरायेगी : बाद में राकेश चंद्राकर और अनिल शुक्‍ला ने मुझे बड़ा धोखा दिया : देवेंद्र आर्य बता रहे […]

आगे पढ़ें

होशियार ! फर्जी खबर छापते हैं हिन्‍दी के अखबार

: हिन्‍दुस्‍तान ने तो फर्जी ऑपरेशन की फर्जी खबर ही छाप डाली : हिन्‍दुस्‍तान, अमर उजाला, या जागरण। विश्‍वसनीयता जूतों की नोंक पर : संपादन नहीं, खौ-खौ करता है अमर उजाला का सम्‍पादक तो : कुमार सौवीर लखनऊ : लखनऊ की पत्रकारिता में पत्रकार नहीं, बल्कि दलाल और ठेकेदारों का ही बोलबाला है। चाहे वह […]

आगे पढ़ें