मैं अयोध्या प्रेस क्लब की सरकारी बड़की बुआ हूँ यार

: लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को ढहाने की साजिश में उप सूचना निदेशक : लोकतांत्रिक चुनाव हुआ, एक गुट तो विरोध करेगा ही : जांघिया उतार कर प्रेस क्लब की छवि बिगाड़ने का युद्ध : ओमप्रकाश सिंह और कुमार सौवीर अयोध्या : नाम है मुरलीधर सिंह। पद है उप्र सूचना विभाग में अयोध्या मंडल का […]

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इस खब्‍ती आदमी का नाम है आरडी शाही

: यह तीनों उल्टे चलैं, शायर, सिंह, सपूत : बेंच से हाथ जोड़ कर पैरवी की, वकीलों का दामन बच गया : बाबा जी का घंटा बजाना हो तो सरकारी वकील बन जाओ : लोगों को खिलाने की हैसियत मुझमें थी ही नहीं, और मतदाता भी तो लोकाचार के हिसाब से ही चलते हैं : […]

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राम राम अयोध्‍या। हम चले। अब कभी न लौटेंगे

: लसोढ़ा तो धर्म अनुयाइयों को जोड़ता है, लेकिन धर्म-नगरी के पत्‍थरों पर नहीं : अयोध्‍या के महन्‍थों की एक बड़ी आमदनी है सूदखोरी : बहराइच के मीहींपुरवा के रहने वाले थे मुन्‍ना यानी मदन, सड़क पर भीड़ के बावजूद महन्‍थ ने बड़ी देर तक पीटा : रात में ही चुपचाप सपरिवार लापता हो गये […]

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छोड़ो बाबा सरयू की डुबकी, करो तैयारी 30 जनवरी की

: बाबा जी का अयोध्या-संकल्प पूरा होना जरूरी : माध्यम जल ही नहीं, रिवाल्वर तो बन सकती है : नदी में डूबें या पुलिस की गोली से। मकसद तो प्राण-त्याग कर मंदिर बनाना ही है न ? : जगतनारायण सिंह के आका पुलिस अफसरों को सेट करो। न हायहाय, न किचकिच : बाबा जी। ऊपर […]

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बडे एक्सपर्ट हैं अयोध्या के डीएम। उपलब्धियां झटकने में

: वाह वाह बहद्दर डीएम जी, आह आह बहद्दर डीएम जी : केंद्रीय जल सचिव को गुमराह कर पूर्व डीएम का मेडल अपने सीने पर टांक लिया : हजारों गवाह थे तमसा नदी के पुनर्रुद्धार अभियान में : कुमार सौवीर अयोध्या : जियो बहद्दर डीएम जी, जियो खप्पर डीएम जी। वाह वाह बहद्दर डीएम जी, […]

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सफाईकर्मियों की लूट है, जो लूट सके सो लूट

: अयोध्‍या के आयुक्‍त के घर छह और डीएम के घर चार सफाईकर्मचारी अटैच, गांवों में सफाई ठेंगे पर : सैकड़ों सफाईकर्मी ब्लॉक व विकास भवन में अटैच: कुमार सौवीर अयोध्‍या : जिले में फैली मुफ्तखोरी की महामारी कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक होती जा रही है। इस को दूर करने के लिए बड़ा फरमान […]

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सोनू सूद ! सरकार तुम ही सम्‍भाल लो यार

: सरकार की जरूरत ही क्‍या, जब सोनू सूद मौजूद है : विकास और कोरोना को सम्‍भाल पाने में असमर्थ हो चुकी है सरकार : उसे मंदिर ही बनाना है, इंसान नहीं : कुमार सौवीर लखनऊ : सरकार चलाने के लिए आम चुनाव करना होता है। यह काम करता है चुनाव आयोग, जिसका मुखिया होता […]

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दारोगा जी ! इस पत्रकार को फांसी पर लटका दो

: अयोध्‍या की पुलिस में हुई पत्रकार उत्‍पीड़न की एक नयी इबारत : पुलिसकर्मियों के सामने लगाया छेड़खानी का आरोप, एक अकेला पत्रकार पूरे थाने पर भारी : दोलत्‍ती संवाददाता अयोध्या : गोसाईगंज थाने की पुलिस के मुताबिक यहां जनसंदेश टाइम्‍स का एक पत्रकार है सुनील यादव। पुलिस का आरोप है कि सुनील यादव ने […]

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सरयू केलिकुंज मंदिर कब्‍जाने पर बड़ा टंटा, पुलिस घेरे में

: रामनगरी में राक्षसी और पैशाचिक ताकतों ने मंदिरों को कब्‍जाने की साजिशें बुननी शुरू : वयोवृद्ध महंथ ने जिलाधिकारी और एसएसपी से शिकायत : दोलत्‍ती संवाददाता अयोध्या : मर्यादा पुरुषोत्‍तम राम की नगरी में तपस्वियों के तब और हवन आदि अनुष्‍ठानों को निष्‍फल करने के लिए अयोध्‍या में अब राक्षसी और पैशाचिक अपना ठीहा […]

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विधायक जी सरपट भागे, मिल्खा को पछाडा, नीलगायें अवाक

: फैजाबाद के ग्राम प्रधान की हत्या पर शोकसंवेदना जताने गये थे भाजपा विधायक को गांववालों ने दौडाया : प्रभारी दारोगा की करतूतों से नाराज थे ग्रामीण : घने गन्ने के आठ बीघा को महज 49 सेकेंड में पार करना चर्चा का विषय :  कुमार सौवीर लखनउ : यहां के भाजपा विधायक बाबा गोरखनाथ को […]

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पुरूष का चरित्र ही स्‍वार्थी है। क्‍या सीता, क्‍या सोनिया

: बिहार के लोग पश्चिम के घर अपनी बेटी ब्‍याहने में हिचकते हैं : उन्‍हें न बेटियों का सम्मान करने का सलीका है, न संवेदना, न इंसानियत, न तमीज, और न संस्कार : कुमार सौवीर लखनऊ : छपरा में प्रसिद्ध और वरिष्ठतम वकील हैं श्री बीरेंद्र नारायण सिंह। खानदानी शख्सियत है, और बड़े जमींदार भी […]

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तुम हर जगह पिटते हो पत्रकार जी ! थोडी शर्म करो

: सरकार ने पल्‍लू झाड़ा, बोले हम एडवाइजरी जारी कर चुके कि पत्रकार अपना ध्‍यान खुद रखें : चाहे हैजा कांड हो या अयोध्‍या मैं तो कभी नहीं पिटा : न पत्रकारिता का ककहरा पता है, न तमीज : कुमार सौवीर लखनऊ : 31 बरस पहले लखनऊ में हैजा का प्रकोप हुआ था। अलीगंज से […]

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कलियुग केवल नाम अधारा, सुमिरि सुमिरि नर उतरहिं पारा

: नाम और जाति अब कोडवर्ड नहीं, सुविधाजनक माहौल बनाने का जुगाड़ बन गया : भिकारी लाल अभिशाप लगा, तो नाम भगवान सिंह रख लिया : बसपा, सपा और अब भाजपा में भी नामकरण राजनीतिक बन गया : ” कहत कबीर सुनो भाई साधो ” : हरिकान्‍त त्रिपाठी लखनऊ : जिलों के नाम परिवर्तन पर मेरे […]

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कमल-गट्टों पर उगी टोंटी से बहते सोने के सिक्‍कों को जारी रखने की अपील एक साजिश है

: नोटबंदी से गरीबों और महिलाओं की जेब बर्बादी के बाद धनतेरस पर यह दहकती चोट, आखिर आप चाहते क्‍या हैं : कमल के फूल और कमल-गट्टों पर उगी टोंटियों से तेजी से बरसते स्‍वर्ण-सिक्‍के केवल मृगतृष्‍णा भर ही हैं : पूर्व नौकरशाह देवेंद्र दुबे की नजर में बीजेपी के आईटी-सेल से पैदा हुआ यह […]

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आज के रामराज्‍य में है “प्रधानमंत्री” की दैहिक सत्‍ता

: रामराज्‍य एक अदृश्‍य सत्‍ता वाली शासन व्‍यवस्‍था थी,जिसके प्रशासक भरत थे : रामराज्‍य के दौरान 14 वर्षों तक जनता की प्रशासन पर निर्भरता शून्‍य थी : खुद को सेवक कहनेवाले भरत की जगह राम बनते गये : कुमुद सिंह पटना : रामराज्‍य एक नैतिक शासन व्‍यवस्‍था थी जिसमें राजा एक्‍ट नहीं करता था रामराज्‍य […]

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