बार ने बुलाया था जज को। खर्चा किसने और कितना किया ?

: लखनऊ हाईकोर्ट के वकीलों में सुगबुगाहट भी है, और गुस्‍सा भी बेइंतिहा : सर्वोच्‍च न्‍यायालय के जस्टिस को राजभवन के बजाय एक बड़े होटल में टिकाने का मकसद क्‍या : इस प्रकरण के औचित्‍य पर नि:शब्‍द है अवध बार एसोसियेशन से, किसी भी सवाल का जवाब न अध्‍यक्ष नहीं दे रहे और न महामंत्री […]

आगे पढ़ें

त्‍याग बनाम जाति: एक को पद्मश्री, दूसरे को ठेंगा

: सरयू में सामंजस्‍य, गोमती में उठापटक : फैजाबाद ने शरीफ को आंखों में बिठाया, जौनपुर ने कैलाशनाथ को पहचाना तक नहीं : कहीं जन-समर्थन के सामने साष्‍टांग किया प्रशासन ने, तो कहीं परस्‍पर झंझट का लाभ उठाया अफसरों ने : फैजाबाद अर्श तक पहुंच रहा, मिला पद्मश्री। जौनपुर फर्श से भी नीचे गहरे, मिला […]

आगे पढ़ें

औलाद तो शांतनु शुक्‍ला जैसी हो। या फिर न हो

: लखनऊ में दो ही औलादें नामचीन रहीं। एक नसीरूद्दीन, दूसरा शांतनु शुक्‍ला : हैदर नहर को नाला बना डाला लखनवी नवाबों ने : कुछ लोग अपने बच्‍चों को भविष्‍य मानते हैं, जबकि कुछ लोग उन्‍हें उल्‍लू का पट्ठा : कुमार सौवीर लखनऊ : अवध की राजधानी रहे लखनऊ की ख्‍याति भले ही हमेशा उसके […]

आगे पढ़ें

जाकिर नाइक बनाम योगेश प्रवीण: कहां बिहारीलाल थे, और कहां मुरारीलाल

: कहां कहां के बाल हैं, कहां कहां के बाल : जमीन-आसमान का फर्क है जाकिर नाइक और योगेश प्रवीण में : एक नफरत बो रहा है तो एक इंसानियत के पौधे रोपने में जुटा है : एक ने सैकड़ों किताबें पढ़ी हैं, दूसरे ने सैकड़ों किताबें लिख डालीं : कुमार सौवीर लखनऊ : मेरे […]

आगे पढ़ें

जाकिर नाइक बनाम योगेश प्रवीण: कहां बिहारीलाल थे, और कहां मुरारीलाल

: कहां कहां के बाल हैं, कहां कहां के बाल : जमीन-आसमान का फर्क है जाकिर नाइक और योगेश प्रवीण में : एक नफरत बो रहा है तो एक इंसानियत के पौधे रोपने में जुटा है : एक ने सैकड़ों किताबें पढ़ी हैं, दूसरे ने सैकड़ों किताबें लिख डालीं : कुमार सौवीर लखनऊ : मेरे […]

आगे पढ़ें