मैं पत्रकारिता में रॉंग-फॉंट हूं: आनंदस्‍वरूप वर्मा

: पूरी दुनिया में नेपाल, भूटान और अफ्रीका पर अकूत गहन अध्‍ययन : 80 बरस के हो चुके हैं वर्मा जी, शुभकामनाएं और बधाइयां भी : बेधड़क और ईमानदारी का गजब साम्‍यता रखता है पत्रकारिता का यह अद्भुत प्रकाश-स्‍तम्‍भ : सच बात तो यही है कि कतिपय मामलों में मैं निजी तौर पर वर्मा जी […]

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दर्जनों लुटेरे डॉक्टरों को जूता से हड़काया, सब भाग निकले

: रवीश कुमार, द वीक, द वायर समेत सभी जगह पर अब मैं छाया हुआ हूँ, अच्छा लग रहा है : कप्पन की जमानत पर सभी ने मुझे सिर-माथे पर बिठाया : पत्रकारिता साधना है, सतत अभ्यास जरूरी : शुक्रिया दोस्त ! पत्रकारिता ने देश-विदेश में मेरा डंका बजा दिया :

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पत्रकार न जूझता, तो युवकों को बर्बाद कर देता यह एसपी

: जियो सौरभ शुक्‍ला। इसे कहते हैं पत्रकारिता : कप्‍तान ने सहारनपुर की हवालात में किसी का पैर तोड़ा, तो किसी का सिर या हाथ : पत्रकार से विधायक बने शलभमणि त्रिपाठी ने वीडियो को बताया ‘रिटर्न गिफ्ट’ : पूरा हवालात नर्क बना डाला था कप्‍तान ने : आनंदस्‍वरूप वर्मा नोएडा : एनडीटीवी के पत्रकार […]

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खबरें सूंघता है यह जमीनी संपादक: ओम गौड़

: दैनिक भास्‍कर के नेशनल-एडीटर हैं ओमगौड़ : मैंने एक इवेंट विकसित शुरू किया, लखनऊ से दिल्‍ली राष्‍ट्रपति भवन तक स्‍केटिंग पर बच्‍चों को सड़क पर ले जाना : बातचीत हुई, ओम गौड़ कार खुद चला कर पाली-मारवाड़ ले गये : भास्‍कर डिजीटल की रीडरशिप अकेले नौ लाख हो चुकी है, वह भी अकेले यूपी […]

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जातीय उन्‍माद नहीं, निष्‍ठा पर जिंदा है पत्रकारिता: कमर वहीद नकवी

: आनंद स्‍वरूप वर्मा के अनुसार हिन्‍दी पत्रकारिता ब्राह्मणों नहीं, योद्धाओं के बल पर जिन्‍दा : अयोध्‍या ही नहीं, फैजाबाद के कमरे में एक-एक गुम्‍बद पर तीन-तीन पत्रकार चढ़े थे : संपादक से महाप्रबंधक तक का सफर राघवेंद्र चढ्ढा ने : एक राष्‍ट्रीय अंग्रेजी के कट्टर हिंदूवादी ब्‍यूरो चीफ अपने दामाद के भाई को एक […]

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मृणाल पाण्‍डेय न होतीं तो ढह जाती पत्रकारिता

: दायित्‍व-पत्रकारिता की इमारत में लसोढा हैं मृणाल पाण्‍डेय : ललई यादव ने पूरी गुंडई के साथ दो पत्रकारों का कैमरा पैरों से तोड़ा : निजी नहीं, पत्रकारिता के कुनबे को जोड़ने की अद्भुत शैली बनायी तडि़त कुमार और आनंदस्‍वरूप वर्मा ने : कुमार सौवीर लखनऊ : पत्रकारिता में अगर मैंने सबसे बेमिसाल अट्टालिका की […]

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एक किसान कुटुंब की औसत मासिक आय 1700 रु से कम

: सर्द सड़क पर रात बिता कर महसूस कीजिए किसान की पीड़ा : कॉरपोरेट-शुभचिंतकों के साथ इस कृषि विशेषज्ञ के विश्लेषणों की परख अनिवार्य : आनंद स्‍वरूप वर्मा नई दिल्‍ली : मौजूदा किसान आंदोलन के बारे में अपनी राय बनायें। इस समय इस आंदोलन पर बहुत सारे विश्लेषण आ रहे हैं लेकिन उन्हीं विद्वानों के […]

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अग्निवेश: सियासी कुटिलताओं के बीच सदाशय ‘योद्धा संत’

: हमें आज ऐसे मित्रों की जरूरत है जो साहस के साथ कह सकें कि ‘इस पाखंड को बंद करो’: स्वामी ने समाज की बुराइयों, धार्मिक पाखंड, अंधविश्वास के खिलाफ आवाज़ बुलंद की  : आनंद स्वरूप वर्मा  नई दिल्ली : वैसे तो स्वामी अग्निवेश की पहचान बंधुआ प्रथा के खिलाफ आंदोलन के अगुवा के रूप […]

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नेपाल। संप्रभुता न समझे तो पड़ोसियों से नफरत ही मिलेगी

: संप्रभुता किसी देश के भौगोलिक आकार और आर्थिक से नहीं आँकी जाती : कालापानी पर भारत ने तो लिपुलेक पर चीन ने डंक मारा :नेपाल के बारे में पता नहीं, बकलोल है मेजर जनरल जीडी बख्‍शी : आनंदस्‍वरूप वर्मा नई दिल्‍ली : अभी पिछले दिनों की ही तो बात है। स्क्रीन पर मोटे अक्षरों […]

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पत्रकार का मतलब पुलिस का तलवा चाटना नहीं, थाने में घुस कर कंटाप मारना होता है

: आनंद स्‍वरूप वर्मा ने जो किया, अगर चंद पत्रकार और ऐसा कर लें तो समझो पत्रकारिता ने गंगा-स्‍नान कर लिया :  अधिकांश पुलिसवाले भी दबंग पुलिसवालों से डरते हैं, बस प्रतिरोध के स्‍वर भड़कें, तो फिजां ही बदल जाए : जो क्‍लब-गली-नुक्‍कड़ पर दारू पीकर अपने सिर पर जूतों की बारिश से धन्‍य हैं, […]

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