अपने ऐसे “नौकरों” से अगले सीएम को भगवान बचाये

: आज कौन जमीन सूंघेगा या कौन होगा शाहंशाह, उससे ज्‍यादा जरूरी है कि वे अपने गिरहबान में झांकें : क्‍या योगी और क्‍या अखिलेश, अपने नौकरों पर अति-विश्‍वास से ही लुटिया डूबी : अगर योगी ही यूपी को सम्‍भालेंगे, तो फिर उनके पिछले पांच बरसों का लेखाजोखा पर दोलत्‍ती रसीद करेंगे जरूर हम : […]

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सचिवालयकर्मी थी कल्‍पना, 1090 से गुहार करती रही, मार डाली गयी

: वीमन हेल्‍पलाइन 1090 के भरोसे में ही आत्‍महत्‍या पर मजबूर हो चुकी है एक मेडिकल छात्रा : पिछले बरस इसी पखवाड़े 1090 की उदासीनता ने छीन ली दो युवतियों के जान : राजधानी की युवतियां तक असुरक्षित, बाकी जगह हालत भयावह : कुमार सौवीर लखनऊ : सचिवालय की एक कर्मचारी कल्‍पना की लाश बरामद […]

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पुलिस में लैमारी व झपटमारी का चोखा धंधा 1090 वीमेन हेल्‍प लाइन

: जोशीली अलंकृता सिंह के नायाब प्रोजेक्‍ट को झपट लिया पुलिस के मुंहलगे अफसरों ने : महिला सहायता सेल, यानी रंगमंच पर हवा में तलवार भांजते विदूषक की दिलचस्‍प अदायें : कुमार सौवीर लखनऊ: दोस्‍तों, यह हादसा उस एक खुशनुमा प्रयास की दुर्गति-परिणति है, जो आज 1090 वीमेन हेल्‍प लाइन के तौर पर कुख्‍यात होता […]

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होशियार। वर्ना मासूम बच्चियों को तो कच्‍चा चबा डालेंगे यूपी के जुल्‍फी अफसर, पुलिस, नेता और पत्रकार

: अपने हाथों में कालिख मल कर अपने ही चेहरा काला करने पर आमादा है जौनपुर के पत्रकार : 1090 कैम्‍प नाच और नाटक तो खूब हुआ, मगर महिलाओं के अत्‍याचार पर एक भी सवाल नहीं उठाने की हिम्‍मत नहीं जुटा पाये पत्रकार : पत्रकारों में साहस नहीं, लेकिन एक पत्रकार की नवजात बच्‍ची ने […]

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इंसाफ कहां है साहब, बेटे के साथ मुझे नंगा करके पीटा था पुलिस ने

: मुझे तो अब न सरकार पर यकीन है, न पुलिस और न अदालत पर : इतनी नृशंसता कर पाना किसी एक व्‍यक्ति की वश की बात नहीं : पूरा मोहनलालगंज जानता है कि किन-किन लोगों ने की थी उस युवती की हत्‍या : एक दुबला-पतला गार्ड कैसे कर सकता है एक बलिष्‍ठ युवती की […]

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आप भले निश्चिंत रहें, पर महिलाओं की सिसकियां मुझे दहला देती हैं

: महिलाओं के प्रति अपराधों पर सतर्कता के सरकारी दावे क्‍या वाकई पाखण्‍ड हैं : संवेदनहीन और बेईमान नौकरशाही कभी लखनऊ में चीरहरण करती है, तो कभी जौनपुर में : पिछले चार बरसों में तो जुल्‍फी प्रशासन का नाम खासा अहंकार का प्रतीक बन गया : दोस्‍तों, अब बहुत हो चुका। चलिए, छेड़ दिया जाए […]

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