वर्ल्‍ड हेरिटेज की लाइन में है वाराणसी, लखनऊ का ईमामबाड़ा और सारनाथ

प्रस्ताव तो पूरी काशी को वर्ल्‍ड हेरिटेज लायक मानने का है, तैयारी करनी होगी काशी के घाट यदि खोखले हो रहे हैं तो सिंचाई विभाग को कार्रवाई करनी होगी कुमार सौवीर लखनऊ: गुजरात के पाटन जिले की रानी की वाव (बावड़ी) को विश्‍व विरासत का दर्जा मिलने के साथ उम्‍मीद की जा सकती है अगला […]

आगे पढ़ें

ससुराल को तेल लगाने वाले को हाकिम बनाते हैं शशिशेखर

: ताज्‍जुब नहीं कि एक दिन समूह संपादक के साथ पिता के बजाय गधे की फोटो छाप देंगे : जो काम में जुटा रहा, वह पचीस बरस से ढक्‍कन हैं, गधों को सल्‍तनत थमा दिया : जिसे लिखने नहीं, समझने तक की तमीज नहीं, उसको ओहदेदार बना डाला : कर्मठ अरविंद मिश्र इतना प्रताडि़त हुए […]

आगे पढ़ें

नहीं रहे डॉ अंजू सिंह के पति विजय सिंह

: सिंगरामऊ में सुबह उनके आवास पर हुआ निधन, अन्‍त्‍येष्टि हरीशचंद्र घाट पर सम्‍पन्‍न : दो बरस पहले ही समाप्‍त हो चुका था गुर्दा और लीवर, अत्‍यधिक मदिरापान बना काल : नि:संतान रहे विजय सिंह थे खुद के टेंट-हाउस संचालक : गैरसरकारी संगठन क्षेत्र में प्रदेश में अपना एक खास मुकाम बना चुकी हैं डॉ […]

आगे पढ़ें

महाग्रंथ के महानायक थे परशुराम। चरित्र-हनन कर डाला

: अक्षय तृतीया-परशुराम पर सवाल उठा तो भागे पूंछ दबाये : धिक्कारा कि ईद पर बधाई क्यों, विक्ट्री का प्रतीक क्यो : कल मित्र थे, अब घिनौने कट्टर हिन्दू : सामाजिक अपराधी फैला रहे मुस्लिम-हिन्दू दिमाग का जहर : परशुराम क्यों हैं महान, अगले अंक में : कुमार सौवीर लखनऊ : परशुराम भगवान अब कहाँ? […]

आगे पढ़ें

ऑनलाइन सेक्‍स: खुद बन जाइये न गज-ग्राह संकट में श्रीहरि विष्‍णु

: बड़ा धंधा है सेक्‍स-क्लिप, एक ही झटके में लाखों पार : गुहार लगाने वाले अधिकांश लोग मेरे उन्‍मुक्‍त व्‍यवहार को हेय, गंदा, अश्‍लील, अभद्र मानते आंख बचा कर सटक लेते : बड़े-बड़े दिग्‍गज की सारी शराफत, सज्‍जनता और प्रतिष्‍ठा दक्खिन : बड़े अधिकारी, वकील, व्‍यवसायी नेता के लिए अलभ्‍य है सेक्‍स,  मुंह मारते हैं […]

आगे पढ़ें

दहलीज पर सदाशिव, स्वागत में काशी, महादेव भये गदगद

: वाराणसी साहित्य महोत्सव के लिए काशी पर आलेख : काशिरित्ते-काशिरित्ते। एक बार आओ, दिल में हमेशा के लिए बस जाओ : यैर्दृष्टा यैः श्रुता काशो यैः स्मृता कोर्तिता तथा। त एव वन्द्याः पूज्याश्च कृतार्था मुक्तिभागिनः विश्वनाथ गोकर्ण काशिरित्ते : निसंदेह काशी इस धरा की सबसे प्राचीन नगरी है। काशी और इसके देव बाबा श्री […]

आगे पढ़ें

सिर्फ पांच फीसदी मुसलमान ही जानते हैं इस्लाम का मतलब

: श्रमजीवी ट्रेन हादसे में घायलों को बचाने में गुरैनी के छात्रों की भूमिका बेमिसाल : यह तो देखिये कि रंग पड़ा या डाला गया : खुशी को खुशी और गम को गम की तरह मनाइये : गैर-इस्‍लामी है ईदगाह में शादीघर, गुरैनी मदरसा के नायब नाजिम मौलाना अबू बकर से बातचीत : सरकारी लापरवाही […]

आगे पढ़ें

बेशर्म अखबारों पर करारी दोलत्‍ती, अर्जी प्रेस-कौंसिल में

: कल बताया कि बच्‍चा मर गया, आज लिखा कि इलाज जारी है : लतखोर हैं यह अखबारवाले, इनका बायकाट करना जरूरी : अपनी गलती पर खेद-प्रकाश करने के बजाय हिन्‍दुस्‍तान और जागरण से संशोधित खबर छापी, अमर उजाला तो वह भी नहीं : अखबारों ने शालीनता की सारी सीमाएं ही ध्‍वस्‍त कीं : न […]

आगे पढ़ें

“दुर्घटना में 3 रिपोर्टरों की मौत, ब्‍यूरोचीफ घायल, संपादक विक्षिप्‍त”

: लखनऊ-वाराणसी मार्ग पर स्थित बदलापुर में परखचे उड़ गये हिन्‍दी पत्रकारिता के, मचा कोहराम : अमर उजाला, दैनिक जागरण और हिन्‍दुस्‍तान अखबार में वेतन नहीं मिलता, रिपोर्टर पैदा करते हैं समाज में केवल अफवाहें : एक जैसी खबर को सारे अखबारों में एकसुर में छापा। जिस बच्‍ची को मृत बताया, उसका इलाज जारी : […]

आगे पढ़ें

रक्‍तदान की कोशिश का आईएमए के थोपड़े पर कर्रा जूता

: अबे ओए ! आईएमए वाली पॉपर्टी तेरे बाप की है क्‍या ?: दायित्‍वपूर्ण डॉक्‍टरी नहीं, जातिवादी कुल्‍ला करते हैं यहां के धंधेबाज डॉक्‍टर : साढ़े पांच सौ रक्‍तदान का रिकार्ड बनाने वाले युवकों को बुरी तरह फटकारा आईएमए अध्‍यक्ष ने : सहयोगी ब्‍लड-बैंकों को आईएमए ने झूठा-धोखेबाज बताया : भीगे बंदर की तरह कांपते […]

आगे पढ़ें

वकील हत्‍याकांड: यह तो क्लियर सेल्‍फ-डिफेंस का मामला था

: अदालत में मुकदमा, वकील, कानून, दलील और जज की श्रेष्‍ठता होगी, या फिर गुंडागर्दी, धक्‍कम-धुक्‍की, धमा-चौकड़ी, मारपीट का राज होगा : अब इतना तो बताइये कि न्‍याय आखिरकार है कहां : दारोगाओं ने एक फंड बनाया था, जिसमें 52 लाख रुपया जुटा कर एक बड़े नामचीन वकील को सौंपा, वह फंड कहां गया : […]

आगे पढ़ें

जोगी जी ! ये साले नराधम सेक्‍सासुर हैं। सायरन बजाओ

: फेसबुक का मैसेंजर उगाही का अड्डा बना : तुम फट्टू हो, तभी तो हलाल होते हैं : पहले हुए नंग-धंड़ंंग, दूसरा नंगा करे तो फटने लगी : सहमति में वीडियो-कॉल पर कोई ऐतराज नहीं कर सकता, फटती है तो जेब खाली करो चूतियानंदन : अबे इस कोतवाल को पहले जूता उतार कर कूटो : […]

आगे पढ़ें

वह पत्रकार, जिन्‍होंने काशी में विकास की दिशा बदल डाली

: शब्‍द केवल भाषा-बोली ही नहीं, बाकायदा तोप होते हैं : मसाना-श्रेष्‍ठ बनारस में काशी में चल रहे विकास कार्यों की असलियत जाहिर की, तो राज्‍यमंत्री ने जिला प्रशासन ने तत्‍काल हस्‍तक्षेप कर दिया : अरुण मिश्र ने लिखा बेहूदा विकास-कार्यों पर खर्रा, एके लारी ने मड़ुआडीह पर कलम चला कर उसे बनारस बनवाया : […]

आगे पढ़ें

ब्‍यूरोचीफ को साष्‍टांग प्रणाम ! आप पैसा ज्‍यादा उगाहते हैं

: रिपोर्टरों का कब्रिस्‍तान है अमर उजाला, वजह है उगाही : एक के बाद पांच रिपोर्टरों को काम से बेदखल किया ब्‍यूरो प्रमुख ने : ब्‍यूरोचीफ हैं अंकुर शुक्‍ला, धंधा रिपोर्टरों से रकम उगाहना : बहुत कारसाज हैं जौनपुर के ब्‍यूरोचीफ, कोई नकद मांगता है, तो कोई बेचता है बीवी के नाम पर बीमा पॉलिसी […]

आगे पढ़ें

ऐसे अक्खड़-फक्कड़, मस्तमौला व मानवीय पत्रकार कम ही देखे होंगे आपने

: ई हवें पत्रकार ? पुरानी बजरी और जोन्‍हरी जैसा : दोनों ही अड़भंगी, बूढ़े शरीर में बच्चों की माफ़िक : एक हैं मशहूर पोर्टल भड़ास के अधिष्ठाता यशवंत सिंह दूसरे हैं दोलत्‍ती वाले कुमार सौवीर : शब्दभेदी बाण से यह किसी के संहार को आतुर हों। शब्दों के सेनापति : विनय मौर्या बनारस : […]

आगे पढ़ें